सरकार ने बताया कि भारतीय रेल ने इस साल कुल 769 ट्रेनों की गति बढ़ाई जिससे यात्रा की अवधि में पांच मिनट से लेकर 485 मिनट तक की कमी आई.
ट्रेन टिकट की कीमतों में बढ़ोतरी करने के सवाल पर सरकार ने मंगलवार को राहत की खबर दी. सरकार ने कहा कि फिलहाल रेल किराए में वृद्धि का कोई प्रस्ताव नहीं है. अपने लिखित जवाब में रेल राज्य मंत्री राजेन गोहेन ने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में दिल्ली-मुंबई के बीच यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. सरकार ने बताया कि भारतीय रेल ने इस साल कुल 769 ट्रेनों की गति बढ़ाई जिससे यात्रा की अवधि में पांच मिनट से लेकर 485 मिनट तक की कमी आई. लोकसभा में रामस्वरूप शर्मा के प्रश्न के लिखित उत्तर में रेल राज्य मंत्री राजन गोहेन ने यह जानकारी दी.
मंत्री ने कहा कि नई रेलवे समय-सारिणी के तहत कुल 769 मेल/एक्स्रपेस/पैसेंजर ट्रेनों की गति में बढ़ोतरी की गई और यह एक नवंबर, 2015 से प्रभावी हुई. इससे यात्रा की अवधि में पांच मिनट से लेकर 485 मिनट तक की कमी आई. उन्होंने यह भी कहा कि कुल 166 मेल/एक्सप्रेस/पैसेंजर ट्रेनों की गति घटाई गई जिससे यात्रा अवधि में पांच मिनट से लेकर 75 मिनट तक की बढ़ोतरी हुई.
उधर, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि बिहार में पूर्ण और आंशिक रूप से आने वाली चार नई रेल परियोजनाओं को शुरू करने का प्रस्ताव किया गया है. 4302 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली चारों परियोजनाएं सरकार के अनुमोदन के अधीन हैं और इन्हें शुरू करना संबंधित परियोजनाओं की वित्तीय अर्थक्षमता और सरकार (नीति आयोग और आर्थिक मामलों संबंधी मंत्रिमंडल की समिति) की स्वीकृति पर निर्भर करता है. उन्होंने बताया कि ये चार नयी परियोजनाएं हैं — मुजफ्फरपुर-सगौली (101 किलोमीटर) विद्युतीकरण एवं दोहरीकरण, सगौली-वाल्मीकिनगर (110 किलोमीटर) विद्युतीकरण एवं दोहरीकरण, विक्रमशिला-कटारिया (32 किलोमीटर) नई लाइन और वजीरगंज-जेठियां बरास्ता गहलूर (20 किलोमीटर) नयी लाइन शामिल है.
इन परियोजनाओं के अलावा रेलवे ने बिहार में 32 नई लाइन, पांच आमान परिवर्तन और 11 दोहरीकरण परियोजनाएं शुरू की हैं जिनकी लागत 51 हजार 412 करोड़ रुपये है. इसके अलावा बिहार में 38 नई रेल परियोजनाओं के लिए सर्वेक्षण शुरू किए गए हैं जिनमें 30 नई लाइन और आठ दोहरीकरण की परियोजनाएं शामिल हैं.