आरबीआई ने बैंकों से एटीएम में जरूरी बदलाव करके इसे मुहैया कराने को कहा है. इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, जो लोग इस कवायद से जुड़े हैं उन्होंने कहा है कि इसके लिए बैंकों पर 110 करोड़ का बोझ आएगा.
200 रुपए के नोट को जारी हुए काफी समय बीत चुका है. लेकिन, अब भी लोगों के पास इसकी पहुंच काफी कम है. सिर्फ बैंकों से कुछ नोट लोगों को मिले हैं. अब आपके लिए खुशखबरी है कि 200 का नोट एटीएम से निकलेगा. इसके लिए आरबीआई ने बैंकों से एटीएम में जरूरी बदलाव करके इसे मुहैया कराने को कहा है. इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, जो लोग इस कवायद से जुड़े हैं उन्होंने कहा है कि इसके लिए बैंकों पर 110 करोड़ का बोझ आएगा.
बैंकों को एटीएम में डालने के निर्देश
आरबीआई ने बैंकों से कहा है कि जितनी जल्दी हो सके, बैंकों के एटीएम में दो सौ रुपए के नोट को मुहैया कराए. यह एक अच्छा कदम है क्योंकि लोगों को छोटे नोट की जरुरत है. हालांकि, सूत्रों की मानें तो अभी इस पूरी प्रक्रिया में 5-6 महीने का समय लग सकता है.
ये है इसका कारण
आंकड़ों से पता चलता है कि एटीएम से पैसे निकालने का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. सितंबर 206 में एटीएम से 2.44 लाख करोड़ की निकासी हुई जबकि सितंबर 2017 में यह बढ़ कर 2.44 लाख करोड़ पहुंच गया था. आंकड़ों के मुताबिक, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी तब के मुकाबले 95 प्रतिशत करेंसी मार्केट में आ गई है. औऱ यह वर्तमान में 17 लाख है.
एटीएम बदलाव में इतना खर्च
भारत में वर्तमान में 2.2 लाख एटीएम हैं. उनमें दो सौ रुपए के नोट को फिट करने के लिए बदलाव करने में लगभग 110 करोड़ रुपए का खर्च आएगा और यह काम लगभग 6 महीने में पूरा हो जाएगा. कुछ बैंक एटीएम में बदलाव के कार्य को करवाना शुरू भी कर चुके हैं.