2015-16 में सेल का घाटा 4,021 करोड़ था, जबकि 2016-17 में यह 2,833 करोड़ रुपये था.
इस्पात बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी सेल के चेयरमैन पी के सिंह ने 2018 का स्वागत करते हुए कर्मचारियों से कंपनी का घाटे से उबार कर लाभ में लाने के प्रयासों में पूरी तेजी से सहयोग की अपील की है. कंपनी 2015-16 से घाटे में चल रही है. सिंह ने कर्मचारियों से कहा कि असफलता के डर से पार पाने के लिए हमें सुधारों की गति को और तेज करना होगा. उन्होंने कर्मचारियों को अपने काम की जिम्मेदारी तय करने और कंपनी के लिए एक नया भविष्य लिखने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सेल ने अपनी अधिकतर मुश्किलों से पार पा लिया है. हमें साहसिक फैसले लेने चाहिए और सामने आ रही रुकावटों को दूर करना चाहिए.
सेल के चेयरमैन ने कहा कि हमें अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अपनी आंतरिक प्रक्रियाओं को संगठित करना होगा, प्रचालन को फिर से डिजाइन करना होगा, बाजार नीति में सुधार लाना होगा, वित्तीय व्यवस्था को बेहतर बनाना होगा तथा मानव संसाधन को लाभ में बदलना होगा. उन्होंने कहा, “हमने अपनी अधिकतर नई परियोजनाओं को चालू कर दिया है और बाकी परियोजनाएं जल्द ही चालू होने वाली हैं.”
इस समय हमारा पूरा जोर हाल ही में शुरू हुई इकाइयों की पूरी क्षमता हासिल करने की है. 2015-16 में सेल का घाटा 4,021 करोड़ था, जबकि 2016-17 में यह 2,833 करोड़ रुपये था.